Friday, February 26, 2016

...आम बजट एक साल का ही बनाऐं, 2020 तक नहीं


...आम बजट एक साल का ही बनाऐं, 2020 तक नहीं

अब्दुल सत्तार सिलावट                                                           
आज़ादी के बाद से हमारी सरकारें एक साल का लेखा-जोखा तैयार करती है और विकास की नई-नई योजनाएं, योजनाओं को लागू करने में आने वाले खर्च के लिए टैक्स लगाकर सरकारी खजाना भरना शामिल है और इसी को ‘बजट’ कहते हैं। अब तक बजट एक वर्ष को सामने रखकर बनाया जाता था, लेकिन नरेन्द्र मोदी की लोकप्रिय सरकार आने के बाद बजट की रुपरेखा और उसके दूरगामी परिणामों को वर्ष 2020 तक लाभकारी बताते हुए बनाया जा रहा है जबकि मौजूदा लोकसभा का कार्यकाल 2019 में ही खत्म हो जाएगा।
कल हमारे रेलमंत्री ने जो बजट पेश किया उसमें रेल मंत्रालय अगले एक साल में क्या करेगा इसकी चर्चा कम थी जबकि 2020 के होने वाले लाभ को ‘सालाना बजट’ में पेश कर दिया। अब हमारी सरकारों से अनुरोध है कि या तो आप सालाना बजट को पंचवर्षीय योजना की तरह चुनाव जीतकर सत्ता में आते ही अपने चुनावी घोषणा पत्र की तरह अपनी सरकार का ‘पांच साला बजट’ भी एक साथ पेश कर देंवे जिससे हर वर्ष फरवरी के अन्तिम दिन बजट पेश करने ‘झिक-झिक’ ही खत्म हो जाये और 26 जनवरी से मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री एवं वित्त मंत्री के साथ बजट बनाने वाले अधिकारियों से मिलकर सोने की आयात ड्यूटी कम करने, इंकम टैक्स सीमा बढ़ाने, एक्स्पोर्ट पर ड्रा बैक बढ़ाने, मार्बल, इलेक्ट्रोनिक, सौंदर्य प्रसाधनों में टैक्स छूट की मांग करने वाले चैम्बर ऑफ कॉमर्स, बड़े उद्योगपतियों और व्यावसायिक संगठनों को हर साल मिलने की बजाय पांच साल में एक बार ही ‘सरकार’ को अपने हितों के लिए ‘सैर’ करने की मेहनत करनी पड़े।
रेल मंत्री का बजट देखने के बाद देश के प्रधान और वित्त मंत्री नरेन्द्र मोदी और हमारे राजस्थान की मुख्य एवं वित्त मंत्री वसुन्धरा राजे साहिबा से अनुरोध है कि आप अपना बजट एक साल के लेखे-जोखे और विकास योजनाओं तक ही सीमित रखें। ‘रेल प्रभु’ की तरह 2020 तक की योजनओं को शामिल नहीं करें क्योंकि राजस्थान सरकार का कार्यकाल दिसम्बर 2018 और भारत सरकार का कार्यकाल मई 2019 तक ही है फिर आप 2020 तक बजट योजना में क्या आने वाली अगली सरकार को भी आपकी रीति-नीति या आपकी सोच लागू करने को बाध्य करने का प्रयास कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे से अनुरोध एवं सुझाव है कि बजट में कुछ नया करना ही चाहते हैं तो इसे नाम के अनुरूप ‘आम बजट’ को आम आदमी के हितों को ध्यान में रखकर बनाऐं। अब तक बजट भाषण उद्योगपति, एक्स्पोर्टर, हैंडीक्राफ्ट, ज्वैलर्स तथा समाज का उच्च वर्ग ही अपने हितों में की गई घोषणाओं पर प्रशंसा या आलोचना करता है। इस बार ऐसा नवीन बजट पेश करें जिसे दूरदर्शन पर गाँव की चौपाल, खेत की मुण्डेर और गगनचुम्बी इमारतों के निर्माण में लगे मजदूरों को भी अपने हितों का बजट लगे एवं एक मार्च के अख़बारों की छीना झपटी शहरों से अधिक गाँवों, कस्बों एवं गरीब, मजदूर बस्तीयों में होनी चाहिये। सबको लगे कि हमारी सरकार आई है, गरीबों की सरकार आई है, ग्रामीणों की सरकार आई है। भले ही ये सरकार चुनावी वायदे के मुताबिक 15 लाख बैंक खाते में नहीं ‘डाल’ पाई है, लेकिन इस साल गरीब, मजदूर, ग्रामीण अपने परिवार के पेट में आसानी से भरपेट खाना डाल पायेगा। ऐसा बजट चाहिये... माई बाप... अन्न दाता... देश के भविष्य निर्माताओं से...।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार एवं राजनीतिक विश्लेषक हैं)

Sunday, February 21, 2016

एडीजीपी मिश्राः पुलिस आधुनिकीकरण की ओर


एडीजीपी मिश्राः पुलिस आधुनिकीकरण की ओर

पाली पुलिस की प्रशंसा एवं बधाई

अब्दुल सत्तार सिलावट                                                           
पुलिस मुख्यालय से पाली जिला पुलिस की कार्यशैली और समस्याओं को परखने पहुँचे एडीजी उमेश मिश्रा को 1998 के वह दिन याद आ गये जब पाली पुलिस अधीक्षक पद पर इसी जिले की कमान सम्भाली थी। आपने पत्रकारों को अपनी दो दिवसीय यात्रा में कहा कि तब (1998) सदर थाना, राष्ट्रीय राजमार्ग फोरलेन नहीं था। एसपी ऑफिस और शहर कोतवाली का नया भवन भी पुलिस प्रगति को दर्शाता है।
एडीजी उमेश मिश्रा ने पाली शहर कोतवाली में पिछले दिनों हाईवे कॉपर लूट के कुख्यात मेव-मेवात गिरोह की गिरफ्तारी करने वाले पाली कोतवाल देरावर सिंह की उपस्थिती में सराहना करते हुए इसे पाली पुलिस की सफलता बताया। ऐसे ही अन्य मामलों में भी लूट, हत्या, एटीएम लूट की घटना के बाद लूट की रकम सहित अपराधियों की गिरफ्तारी को एडीजी ने पाली पुलिस को बधाई देते हुए सराहना की।

पाली। पुलिस के कामकाज की समीक्षा एवं वार्षिक निरीक्षण के लिए एडीजी (सिविल राइट) उमेश मिश्रा शनिवार को पाली पहुंचे। उन्होनें एसपी ऑफिस का निरीक्षण किया एवं वहां की व्यवस्थाओं को देखा। इस दौरान उन्होंने अलग-अलग ब्रांच में तैनात पुलिसकर्मियों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं। एसपी कार्यालय में जिले के पुलिस अफसरों के साथ बैठक कर उन्होंने थाना व वृत कार्यालय वार प्रकरणों की जानकारी लेकर अपराधों की रोकथाम के लिए जरूरी दिशा निर्देश भी दिए। एडीजी मिश्रा ने सदर थाने का निरीक्षण किया और वहां के सीएलजी सदस्यों के साथ बैठक लेकर पुलिस के कामकाज की समीक्षा की और सुझाव लिए। इससे पहले उन्होंने सोजत में डीएसपी कार्यालय का निरीक्षण भी किया।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा ने नागरिक वाट्सएप नंबर 8764875055 को लाँच किया। इस नंबर पर अब कोई भी नागरिक अपने आस-पास होने वाले घटनाक्रम का मैसेज, फोटा एवं वीडियो पाली पुलिस से शेयर कर सकता है। जिसके बाद संबंधित थाना पुलिस तुरंत ही घटनास्थल पर पहुंच इसकी जानकारी जुटाएगी। स्कूल, कॉलेज में पढ़ने वाली छात्राएं एवं महिलाएं भी उनके साथ होने वाले किसी तरह के दुर्रव्यवहार को लेकर अपनी शिकायत इस नंबर पर दर्ज करा सकती है, जिनकी पहचान गुप्त रखी जाएगी। इसके साथ  ही महिला हेल्प लाइन डेस्क 1090 और नागरिक सुरक्षा दल की औपचारिक शुरुआत भी शनिवार से की गई है।
पाली एसपी भार्गव ने बताया कि पुलिस ने नागरिकों की सुरक्षा के लिए वाट्सएप नंबर जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि आमजन अपने आस-पास होने वाली घटना, दुर्घटना अथवा संदिग्ध गतिविधियों की सूचनाएं इस नंबर पर दें, ताकि पुलिस समय पर कार्यवाही कर सके। उन्होंने यह भी बताया कि छात्राओं व महिलाओं द्वारा दी गई शिकायत को गुप्त रखा जाएगा और उनके मामले में गंभीरता से कार्यवाही की जाएगी। साथ ही उन्होंने कहा कि इस नंबर पर किसी भी तरह के अनर्गल मैसेज, फोटो या वीडियो शेयर करने या किसी तरह के अनर्गल मैसेज भेजने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार एवं राजनीतिक विश्लेषक हैं)

Thursday, February 18, 2016

...और रक्षा मंत्री मोबाइल उद्घाटन में नहीं गये Freedom251 smartphone mobile

...और रक्षा मंत्री मोबाइल उद्घाटन में नहीं गये

...और रक्षा मंत्री मोबाइल उद्घाटन में नहीं गये
साजिद खान, सम्पादक, दैनिक महका राजस्थान
दैनिक महका राजस्थान के प्रधान सम्पादक एवं वरिष्ठ पत्रकार अब्दुल सत्तार सिलावट के आलेख में फ्रीडम 251 मोबाइल की सत्यता पर उठाये सवालों की प्रति जब देश के रक्षा मंत्री तक पहुँची तब उन्होंने भी मोबाइल कम्पनी के मालिकों से हमारे लेख में उठाई गई शंकाओं का स्पष्टीकरण मांगा तो मोबाइल कम्पनी रक्षा मंत्री को संतुष्ट करने में असफल रही और देश के रक्षा मंत्री ने 251 रूपये में बेचने का दावा करने वाली कम्पनी के ‘भव्य उद्घाटन’ से किनारा कर दिया और नहीं गये रक्षा मंत्री।
भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय सूत्रों ने बताया कि स्मार्ट फोन 251 पर दैनिक महका राजस्थान द्वारा भेजे लेख पर अधिकारियों ने गंभीरता पूर्वक विचार-विमर्श कर माननीय रक्षा मंत्री को 251 रूपये के मोबाइल बेचने के दावों में संभावित विवादों से अवगत करवाने पर स्वयं रक्षा मंत्री जी ने ही भव्य उद्घाटन में जाने का कार्यक्रम रद्द कर दिया।
वैसे तो खबरों पर सरकार, मंत्रियों और राजनेताओं का संज्ञान लेना आम बात है लेकिन यह खबर आप तक इसलिए पहुँचाई जा रही है कि देश के बड़े टीवी चैनलों और मल्टीकलर अखबारों की दौड़ में गाँव, ढ़ाणी, कस्बे या छोटे शहर में चार-आठ पेज का श्वेत-श्याम दैनिक, साप्ताहिक या पाक्षिक अखबार वाला पत्रकार स्वयं को छोटा और असहाय नहीं समझें। जनहित में, राजहित में, और कभी-कभी अपने हित में भी बिना संकोच कलम उठाकर लिखें, सत्ता के गलियारों तक सोशल मीडिया के साधनों से भेजें। आपकी बात में दम होगा तो सुनवाई जरूर होगी। एक शर्त सामने रखें कि जब आप कलम उठायें जो आप कांग्रेसी, भाजपाई, हिन्दू, मुसलमान से अलग हटकर सिर्फ पत्रकार और सिर्फ पत्रकार ही होंगे।

...और रक्षा मंत्री मोबाइल उद्घाटन में नहीं गये


...और रक्षा मंत्री मोबाइल उद्घाटन में नहीं गये

साजिद खान, सम्पादक, दैनिक महका राजस्थान
दैनिक महका राजस्थान के प्रधान सम्पादक एवं वरिष्ठ पत्रकार अब्दुल सत्तार सिलावट के आलेख में फ्रीडम 251 मोबाइल की सत्यता पर उठाये सवालों की प्रति जब देश के रक्षा मंत्री तक पहुँची तब उन्होंने भी मोबाइल कम्पनी के मालिकों से हमारे लेख में उठाई गई शंकाओं का स्पष्टीकरण मांगा तो मोबाइल कम्पनी रक्षा मंत्री को संतुष्ट करने में असफल रही और देश के रक्षा मंत्री ने 251 रूपये में बेचने का दावा करने वाली कम्पनी के ‘भव्य उद्घाटन’ से किनारा कर दिया और नहीं गये रक्षा मंत्री।
भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय सूत्रों ने बताया कि स्मार्ट फोन 251 पर दैनिक महका राजस्थान द्वारा भेजे लेख पर अधिकारियों ने गंभीरता पूर्वक विचार-विमर्श कर माननीय रक्षा मंत्री को 251 रूपये के मोबाइल बेचने के दावों में संभावित विवादों से अवगत करवाने पर स्वयं रक्षा मंत्री जी ने ही भव्य उद्घाटन में जाने का कार्यक्रम रद्द कर दिया।
वैसे तो खबरों पर सरकार, मंत्रियों और राजनेताओं का संज्ञान लेना आम बात है लेकिन यह खबर आप तक इसलिए पहुँचाई जा रही है कि देश के बड़े टीवी चैनलों और मल्टीकलर अखबारों की दौड़ में गाँव, ढ़ाणी, कस्बे या छोटे शहर में चार-आठ पेज का श्वेत-श्याम दैनिक, साप्ताहिक या पाक्षिक अखबार वाला पत्रकार स्वयं को छोटा और असहाय नहीं समझें। जनहित में, राजहित में, और कभी-कभी अपने हित में भी बिना संकोच कलम उठाकर लिखें, सत्ता के गलियारों तक सोशल मीडिया के साधनों से भेजें। आपकी बात में दम होगा तो सुनवाई जरूर होगी। एक शर्त सामने रखें कि जब आप कलम उठायें जो आप कांग्रेसी, भाजपाई, हिन्दू, मुसलमान से अलग हटकर सिर्फ पत्रकार और सिर्फ पत्रकार ही होंगे।

Wednesday, February 17, 2016

देश के रक्षा मंत्री और 251 रूपये का मोबाइल...


देश के रक्षा मंत्री और 251 रूपये का मोबाइल...

अब्दुल सत्तार सिलावट                                                             
राजस्थान के घर-घर तक आज एक राष्ट्रीय हिन्दी समाचार पत्र के पहले पन्ने पर मोबाइल फोन के बेचने का भव्य उद्घाटन का विज्ञापन छपा। मुख्य अतिथि देश की तीनों सेनाओं के प्रमुख रक्षामंत्री के साथ अध्यक्षता के लिए भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं सांसद का नाम फोटो सहित। देश के प्रधानमंत्री के तीनों स्लोगन 'मेक इन इंडिया', 'डिजिटल इंडिया' एवं 'स्किल इंडिया' प्रमुखता से छापा है। इसी पृष्ठ के पीछे मोबाइल स्मार्ट फोन के फोटो के साथ स्मार्ट फोन की किमत मात्र 251 रूपये, फोन का नाम फ्रिडम 251, फिचर 3जी के साथ इन दिनों देश में बिक रहे 10 हजार से लेकर 25 हजार तक के स्मार्ट फोन से बेहतर, साथ में एक साल की वारंटी।
स्मार्ट फोन को 251 रूपये में बेचने वाली कम्पनी ने किमत पर कहीं भी *स्टार लगाकर छोटे अक्षरों में शर्तें लागू या पहले 100 फोन तक 251 रूपये का अन्य आकर्षक व्यापारिक कलाबाजी का प्रयोग नहीं किया है। स्मार्ट फोन बेचने वाली कम्पनी ने अपने भव्य उद्घाटन में देश के रक्षा मंत्री को मुख्य अतिथि बनाया है इसलिए ग्राहकों के साथ धोखा होने की संभावना भी लगाना हमारी गलत सोच और मानसिक संकीर्णता दर्शायेगा। विज्ञापन में स्मार्ट मोबाइल फोटो भी तिरंगे और अशोक चक्र के साथ छापा है इसलिए धोखाधड़ी होने की सोच पर 'राष्ट्रद्रोह' के आरोप में पुलिस गिरफ्तार भी कर सकती है। इसलिए हम स्मार्ट फोन की बुकिंग के लिए सुबह 6:00 बजे से प्रयास कर रहे हैं लेकिन कम्पनी ने राजस्थान में दो रंगीन पृष्ठों का विज्ञापन तो छपवा दिया मगर स्मार्ट फोन की बुकिंग के लिए राजस्थान में किसी शहर के डिलर का नाम या फोन नम्बर नहीं छापा है जबकि राजस्थान के पडौसी उत्तर प्रदेश के लगभग सभी शहरों के डिलर के नाम और फोन नम्बर हैं। इससे लगता है कि स्मार्ट फोन की कम्पनी उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों की तैयारी में किसी राजनीतिक दल की सहयोगी बनने की तैयारी में हैं। यह मात्र 'कयास' है इसके ठोस प्रमाण या सबूत अब तक नहीं मिल रहे हैं।
आज के विज्ञापन के अनुसार यदि वास्तव में स्मार्ट फोन 251 रूपये में आ गया है तो अब तक 10 हजार से 48 हजार रूपये तक स्मार्ट फोन बेचने वाली कम्पनियों ने हम भोले-भाले भारतीय ग्राहकों को ठगा है। जिस स्मार्ट फोन को देश के रक्षा मंत्री के हाथों 'भव्य उद्घाटन' करवाकर कम्पनी बड़े-बड़े अखबारों में करोड़ों रूपये विज्ञापन पर खर्च कर रही है यह खर्च भी तो 251 रूपये के स्मार्ट फोन से ही निकलेगा।
हम रक्षा मंत्री एवं देश के प्रधानमंत्री जी से अनुरोध करेंगे कि जिस स्मार्ट फोन की लागत सौ-दो सौ रूपये ही आती है उसको दो सौ गुना मुनाफे पर बेचका देश की जनता को लूटने वाली कम्पनियों के खिलाफ अब तक बेचे स्मार्ट फोन की लागत 251 रूपये घटाकर कम्पनियों से देश के ग्राहकों से लूटा गया करोड़ों-अरबों रूपया वसूला जाये और सरकारी खजाने में स्मार्ट फोन की अवैध वसूली से आने वाले अरबों रूपये को देश की तीनों सेनाओं के आधुनिकीकरण पर ही खर्च किया जाये, क्योंकि यह लूट का धन आज देश के रक्षा मंत्री द्वारा 251 रूपये के स्मार्ट फोन बेचने वाली कम्पनी के 'भव्य उद्घाटन' से ही 'रहस्योद्घाटन' हुआ है।
अन्त में ईश्वर से मेरी प्रार्थना है कि स्मार्ट फोन 251 रूपये में बेचने वाली कम्पनी 21 फरवरी तक बुकिंग के बाद करोड़ों रूपये लेकर भाग जाये तो ठगे उपभोक्ताओं द्वारा पुलिस या कोर्ट केस में मेरे देश के रक्षा मंत्री और सांसद को 'कटघरे' में खड़ा नहीं होना पड़े। यह भी मात्र संभावना और बुरी सोच ही है।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार एवं राजनीतिक विश्लेषक हैं)

Tuesday, February 16, 2016

मुसलमान आईएस से दूर रहेंः प्यारे मियां


मुसलमान आईएस से दूर रहेंः प्यारे मियां

अब्दुल सत्तार सिलावट                                                      
राजस्थान में पिछले कुछ समय से इराक और सीरिया में चल रहे गृह युद्ध में लड़ाके संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) से मुस्लिम युवाओं के जुड़ने की ख़बरों से राजस्थान आज भी सुरक्षित एवं अछुता है भले ही एक दो युवा छात्रों को शक से गुज़रना पड़ रहा है।
राजस्थान के मुस्लिम नेता एवं ऑल इंडिया हकीम अज़मल खां मेमोरियल सोसायटी के चेयरमैन नवाब नसीमुद्दीन खां प्यारे मियां ने बताया कि राज्य का मुसलमान मुख्यतः शांति-अमन एवं भाईचारे में विश्वास करने वाला है साथ ही इराक सीरिया की जंग तो बहुत दूर की लड़ाई है, राजस्थान का मुसलमान तो सीमा से जुड़े पाकिस्तान की नफ़रत वाली राजनीति से भी कोसो दूर रहता है।
नवाब प्यारे मियां ने बताया कि देश भर में जब भी कौमी दंगे हुए हैं उसकी आग से राजस्थान का मुसलमान हमेशा दूर रहा है एवं ‘पराई आग’ को अपने घर (राजस्थान) के आंगन में लाने का हमेशा से विरोधी रहा है। आपने कहा कि आज का युवा फेसबुक, व्हाट्सएप, इंटरनेट से जुड़ा होने के कारण कई बार मीडिया की ख़बरों से आईएस की पत्रिका का नाम मिलने पर जिज्ञासावश उन्हें खोलकर देख लेता है जबकि ऐसे लड़ाकू संगठनों से जुड़ने की बात तो दूर वहां की घटनाओं से भी हमारा युवा अनभिज्ञ है।
नवाब नसीमुद्दीन खां प्यारे मियां ने राजस्थान के मुसलमानों को इराक-सीरिया की आग से दूर रखने के लिए प्रदेश भर से समाज प्रमुखों, आलीम एवं कौम के रहनुमाओं का गुलाबी नगर जयपुर में एक सम्मेलन आयोजन कर समाज में आईएस विरोधी जागरुकता का प्रचार-प्रसार करने की भी तैयारी की है और अगले माह में यह आयोजन सम्भव है।
इराक-सीरिया में इस्लाम के नाम पर आईएस के लड़ाकों द्वारा लड़ी जा रही जंग को इस्लाम विरोधी बताते हुए नवाब प्यारे मियां ने बताया कि अल्लाह ने किसी भी इंसान के ख़ून बहाने को ज़ायज नहीं बताया है ऐसी जंग जिसमें अपना आधिपत्य कायम करना हो उसे हराम करार दिया गया है। इस्लाम में सब्र, अमन और भाई चारे का पैगाम हमारे नबी मोहम्मद (स.अ.व.) ने दिया है और हर मुसलमान इस पर चलकर अपने इमान पर फ़ख्र करता है।
नवाब प्यारे मियां ने राजस्थान के मुसलमानों को आव्हान किया कि आज भले ही देश में भाजपा की सरकार है, लेकिन सरकार और इनके समर्थक संगठन आरएसएस, विश्व हिन्दू परिषद एवं अन्य अपने मज़हब के प्रति समर्पित ज़रूर हैं, लेकिन मुस्लिम विरोधी नहीं है जबकि कुछ ‘ख़ुराफाती’ लोग उल-जलूल बयानबाज़ी कर देश के अमन एवं कौमी एकता को बिगाड़ना चाहते हैं ऐसे लोगों के मिशन को कामयाब नहीं होने देने के लिए मुस्लिम युवाओं को जागरूक कर सरकार द्वारा घोषित अल्पसंख्यक विकास योजनाओं से जुड़कर शिक्षा, रोजगार के साथ देश के विकास की मुख्य धारा से जोड़ने में भागीदारी निभाऐं।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार एवं राजनीतिक विश्लेषक हैं)

Sunday, February 14, 2016

विश्वस्तर की मैराथन चढ़ी राजनीति की भेंट


विश्वस्तर की मैराथन चढ़ी राजनीति की भेंट

अब्दुल सत्तार सिलावट                                                             
गुलाबी नगरी जयपुर के रामनिवास बाग के बीच विशाल भवन अल्बर्ट हॉल की दिवारों पर सूरज की पहली किरण निकलने तक सोने वाले कबूतरों की आँख अल-सुबह पाँच बजे स्कूली बच्चों और मैराथन दौड़ के लिए पहुँचे जयपुरवासियों की तेज आवाजों से खुली और मैराथन दौड़ में पहुँचे लगभग 60 हजार धावकों की हलचल ने जयपुर जू में सुबह का इन्तजार कर रहे शेर-चीते-रीछ और बंदरों को भी जगा दिया। इस जगने की गवाही शेरों की दहाड़ें दे रही थीं।
पिछले सात साल से विश्वस्तरीय मैराथन दौड़ का आयोजन करने वालों का दावा है कि विश्व की पाँच सबसे बड़ी मैराथन दौड़ में राजस्थान के गुलाबी नगर की मैराथन भी शामिल है, लेकिन दुर्भाग्य इस बात का है कि राजस्थान की राजधानी जयपुर में मुख्यमंत्री, राज्यपाल, सभी केबिनेट मंत्री मौजूद होने के बावजूद विश्व स्तर की इस मैराथन को बॉलीवूड के एक अभिनेता के मुख्य आतिथ्य में साठ हजार धावकों को झंडी दिखाकर दौडऩे पर मजबूर होना पड़ा।
राजस्थान सरकार और मैराथन के बीच सामन्जस्य नहीं होने एवं दूरियों का कारण मालूम करने पर बताया गया कि जयपुर की मैराथन दौड़ के आयोजक कांग्रेसी नेता हैं जिन्होंने सांगानेर से विधानसभा चुनाव भाजपा के घनश्याम तिवाड़ी के सामने लड़ा था। मैराथन का आयोजक कांग्रेसी जरुर हो सकता है, लेकिन जिस भाजपा नेता के सामने चुनाव लड़ा था, वे तो आज इस कांग्रेसी नेता से अधिक मुख्यमंत्री से खफा हैं, ऐसे में यदि मुख्यमंत्री जी के ''चाणक्य'' अच्छा निर्णय लेते तो विरोधी का विरोधी मैराथन का आयोजक दोस्त कहलाता और मुख्यमंत्री जी साठ हजार मैराथन धावकों को झंडी दिखाकर दौड़ रवाना करतीं।
जयपुर मैराथन में एक बात विशेष रही कि मैराथन दौड़ में पूरे रास्ते में प्रदेश की लोककला एवं संस्कृति से जुड़े एक हजार लोक कलाकारों के माध्यम से मैराथन  धावकों का स्वागत करने के साथ राजस्थान सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, जल स्वावलम्बन, प्रधानमंत्री मोदी के स्वच्छता अभियान जैसी योजनाओं का प्रचार-प्रसार भी किया गया। इन योजनाओं को सफल बनाने के लिए हमारी राजस्थान सरकार करोड़ों रूपया प्रचार प्रसार में खर्च कर रही है जबकि मैराथन दौड़ के आयोजक कांग्रेसी होने के बावजूद भी समाज और राज्य हित में सरकारी योजनाओं का मैराथन दौड़ के माध्यम से संदेश दे रहे हैं।
भाजपा की केन्द्र में मोदी सरकार में राजस्थान के जयपुर लोकसभा का प्रतिनिधित्व करने वाले मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ स्वयं खिलाड़ी हैं साथ ही जयपुर देहात से लोकसभा में पहुँचे हैं। इस मैराथन दौड़ में केन्द्रीय मंत्री होने के साथ एक खिलाड़ी की भावना से भी मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ जुड़ सकते थे, लेकिन हमारा दुर्भाग्य है कि भाजपा सरकार के सलाहकार विश्वस्तर की मैराथन का लाभ लेने के बजाय इस मैराथन को भाजपा-कांग्रेस की राजनीति की भेंट चढ़ा गये।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार एवं राजनीतिक विश्लेषक हैं)
 

Saturday, February 13, 2016

पत्रकारिता की बुलन्दीयों को नमन...


पत्रकारिता की बुलन्दीयों को नमन...

खुला पत्र

आदरणीय रमेशचन्द्र अग्रवाल साहब,
दैनिक भास्कर के मालिक-प्रेरणा स्रोत...
दैनिक भास्कर उत्तरी भारत के हिन्दी प्रदेशों के अलावा गुजरात, महाराष्ट्र तक पत्रकारिता की ऊँचाईयों में जनता के दु:ख-दर्द को सरकार तक पहुँचाने के साथ सरकारी भ्रष्टाचार को उजागर करने एवं बिना लोकसभा-विधानसभा में बैठे देश के विकास के लिए सरकार को सुझाव देने का माध्यम दैनिक भास्कर हम पत्रकारों के लिए गर्व एवं मार्गदर्शक के रूप में हैं। हमें आपके विज्ञापनों की भीड़ में छुपे समाचारों को ढ़ूंढ़ कर पढऩे में कोई परेशानी नहीं है और ना ही हम आपकी व्यावसायिक तरक्की से जलते हैं। हम इस बात से खुश हैं कि सरकारी विज्ञापनों के सहारे पर चलने वाले समाचार पत्रों की भीड़ में एक साथी ऐसा भी है जो अपने बल-बूते पर जि़न्दा है।
आज के (13 फरवरी) दैनिक भास्कर में एक विज्ञापन लगभग नग्न लड़कियों का लेडीज अंडरगारमेंट कम्पनी की तरफ से देखा। थोड़ा दु:ख हुआ नज़र अंदाज़ कर गये, लेकिन मन शांत नहीं रहा। अब तक जापानी तेल, लिंग वर्धक कैप्सूल और सीना उभारने वाले बॉडी टोनर के विज्ञापन दैनिक भास्कर जैसे बड़े और सम्पन्न समाचार पत्र में अखरते थे, लेकिन आज का अर्धनग्न विज्ञापन देखकर मन में ख्याल आया कि दैनिक भास्कर के मालिक रमेशचन्द्र अग्रवाल साहब को उनके अबोध पोता-पोती-नाती इस विज्ञापन के देखकर लाल या ब्ल्यू कलर की चड्डी लाने का कहेंगे तो आपके मन को कैसा लगेगा। इससे अधिक चिंता इस बात की है कि अधिक से अधिक विज्ञापन लाने के लिए कहीं दैनिक भास्कर की व्यावसायिक टीम अगला विज्ञापन हैयर रिमूवर क्रीम बेचने वाली कम्पनी का बालों पर क्रीम लगाकर .......... विज्ञापन नहीं छाप देवें।
आदरणीय रमेश जी, जीवन में सफलताएं बहुत मुश्किल से मिलती है, लेकिन सफलता की ऊँचाईयों पर बने रहने और आपसे प्रेरणा लेने वालों के लिए कुछ सीमाएं भी तय करनी होती है। हम भारतीय एवं सरकारी स्कूलों से निकले रूढ़ीवादी विचारधारा के लोगों के बीच जीवन यापन करते हैं अब तक भारतीय परिवारों में बाप-बेटी, भाई-बहिन अंडरगारमेंट्स में स्वीमिंग पूल में एक साथ स्नान करना नहीं सीखे हैं।
हम आप पर लक्ष्मीजी की असीम कृपा से कत्तई नाराज नहीं हैं, लेकिन ऐसे विज्ञापनों से होने वाली आय से शायद लक्ष्मीजी भी प्रसन्न नहीं होगी।
श्री रमेश जी आपकी ऊँचाईयों को नमन करते हुए औपचारिक शब्द, इस सुझाव को अन्यथा नहीं लेवें।

आपका पत्रकार साथी
अब्दुल सत्तार सिलावट
वरिष्ठ पत्रकार एवं प्र्रधान सम्पादक
दैनिक महका राजस्थान
assilawat@gmail.com