Sunday, May 17, 2015


39वीं जोधपुर रेंज पुलिस खेलकूद प्रतियोगिता 
पुलिस में 'फिट' है तो आप 'हिट' है: आईजी दत्त

अब्दुल सत्तार सिलावट                                                                           
पुलिस को देखते ही आपके दिलों में एक भयपूर्ण नफरत पैदा होती है। आपको बचपन से ही सिखाया गया कि पुलिस से बचकर रहना। पुलिस कभी दोस्त नहीं होती, वगैराह-वगैराह। इसलिए हम पुलिस को सम्मान से दूर रखते हैं भले ही यह भी सच्चाई है कि इन पुलिस वालों के खौफ से हमारी जवान बेटियां अकेली स्कूल-कॉलेज जाकर सुरक्षित घर लौटती हैं। हमारे व्यापारी लाखों रूपया नकद अखबारों में बंडल बांधकर या प्लास्टिक के थेलों में डालकर बैंक से ले आते हैं या जमा करवाने चले जाते हंै। इससे भी आगे बढ़कर आप और हम चैन की नींद जो सोते हैं उसमें भी पुलिस के जागने का बलिदान है। पुलिस वालों के जीवन की 'आहुति' से ही हम सम्मान से जी रहे हैं।
पुलिस की पृष्ठभूमि और सामाजिक सोच से अलग हटकर हम आज शुभारम्भ हुए 39वें जोधपुर रेंज पुलिस खेलकूद प्रतियोगिता का दृश्य देखते हैं जिसमें जोधपुर की चार टीम के साथ जालोर, सिरोही, बाड़मेर,जैसलमेर, पाली सहित कुल नौ टीमें, 540 खिलाड़ी भाग ले रहे हैं जिनमें महिला पुलिस की खिलाड़ी भी शामिल है।
पुलिस जवानों को छोटी-छोटी गलतियों पर डांटने-फटकारने वाले बड़े पुलिस अधिकारियों का दूसरा रूप भी आज के खेल समारोह के उद्घाटन में देखने को मिला जब एक परिवार के सदस्यों की तरह बड़े अधिकारी से नये रंगरूट जवान तक अनुशासनबद्ध, संवेदनशील हृदय का परिचय दे रहे थे। बड़े अधिकारी खेलों से स्वास्थ्य, परिवार और जीवनशैली बदलने की सीख दे रहे थे। पुलिस थानों के घुटन और तनावपूर्ण वातावरण से अलग पाली पुलिस लाईन के खेल मैदान पर आज के रेंज खेलकूद प्रतियोगिता के उद्घाटन समारोह में उच्च अधिकारी अपने जवानों पर स्नेह, सीख एवं आत्मीयता का प्रभाव छोडऩे के साथ साहित्यक प्रेम के परिचय में कविता की पंक्तियों का उल्लेख करते देखे गये।
उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि जोधपुर रेंज के पुलिस महानिरिक्षक सुनिल दत्त ने खिलाडियों के परेड के बाद कहा कि खेल के मैदान में हमें धर्म-जाति-समूह-क्षेत्रियता के बंधन से मुक्त होकर एक अनुशासनबद्ध खिलाड़ी की तरह खेलकर परिचय देना चाहिये कि पुलिस के जवान अनुशासित जीवन जीने वाले तथा समाज की रक्षा के प्रहरी है।
आईजी दत्त ने कहा कि पुलिस की नौकरी की समय सीमा तय नही है एक जवान को दो-चार घंटों से लेकर कई बार चौबीस घंटे भी काम करना पड़ता है ऐसे हालात में खेलकूद को नियमित दिनचर्या में लिया जाये तो तनाव कम ही नहीं खत्म भी हो सकता है। आपने कहा कि खेलों से आप फिट रहेंगे तो परिवार भी फिट रहेगा साथ ही हमारा पुलिस महकमा भी फिट रहेगा।
संवेदनशील हृदय का परिचय देते हुए आईजी सुनिल दत्त ने अपने बचपन के खेल संस्मरण भी सुनाये और बचपन के खेलों को बड़े होकर खेलने वालों से तुलना करते हुए कहा कि आजकल समाज में बड़े होकर लोग एक दूसरों को 'पटखनी' देने का खेल खेलते हैं जिससे हमें दूर रहकर समाज को सुरक्षा एवं अपने कर्तव्यों के प्रति सजगता का परिचय देना चाहिये।
खेलकूद प्रतियोगिता के आयोजक एवं पाली पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार टांक ने कहा कि सात जिलों की सीमाओं से जुड़े पाली जिले को 39वें खेलकूद प्रतियोगिता के आयोजन का सौभाग्य मिला है। प्रतिभागी जवान खिलाड़ी अपनी टीम भावना से खेलकर अनुशासन का परिचय देवें। आपने सम्बोधन में कवि की पंक्तियां कही 'जीतकर जो रूक गया उसे जीता नहीं कहूंगा, हार कर जो चल पड़ा उसे हारा नहीं कहूंगा।'
समारोह के अध्यक्ष एवं पाली विधायक ज्ञानचन्द पारख ने समारोह में देर से आने को राजनेताओं का भ्रम बताते हुए कहाकि राजनैतिक कार्यक्रम देर से शुरू होते हंै जबकि आज के पुलिस समारोह ने मुझे समय पाबन्दी एवं पुलिस के अनुशासन की सीख दी है। नगर परिषद चेयरमेन महेन्द्र बोहरा ने भी खिलाडिय़ों को शुभकामनाएं एवं टीम स्पीड से खेलने का संदेश दिया।
आज के समारोह में जोधपुर रेंज के विभिन्न जिलों के पुलिस अधिकारियों ने भी अपनी टीमों के साथ भाग लिया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में लोढ़ा बाल निकेतन के छात्र-छात्राओं द्वारा देशभक्ति, मार्शल आर्ट कोच आसिफ खान ने सेल्फ डिफेन्स एवं गैर नृत्य का आयोजन भी दर्शकों एवं खिलाडियों को समारोह में बांधे रखने में सहयोगी रहा।

बेस्ट टीम को आईजी पुरस्कार
जोधपुर रेंज खेलकूद प्रतियोगिता की 9 टीमों में सर्वश्रेष्ठ खेल प्रदर्शन करने वाली टीम को आईजी सुनिल दत्त अलग से सम्मानित करेंगे। खेल शुभारम्भ में खिलाडियों को अच्छे प्रदर्शन का गुरूमंत्र देते हुए आईजी दत्त ने प्रोत्साहन के लिए 'बेस्ट टीम' को आईजी जोधपुर रेंज की ओर से विशेष पुरूस्कार देने की घोषणा कर उत्साहित किया।
58 को सेवा चिन्ह अलंकरण
जोधपुर पुलिस रेंज के उत्कृष्ट सेवा कार्य करने वाले 58 पुलिस अधिकारियों एवं जवानों को आईजी सुनिल दत्त ने खेलकूद उद्घाटन समारोह में पुलिस सेवा चिन्ह अलकंरण से सम्मानित किया। खेल के मैदान पर गौरान्वित अधिकारियों के सीने पर स्वयं आईजी दत्त ने सेवा चिन्ह लगाकर 58 पुलिस जवानों को अच्छी सेवा के लिए प्रोत्साहित किया।
...याद करो कुर्बानी
खेलों के शुभारम्भ पर लोढ़ा बाल निकेतन छात्र-छात्राओं ने युद्ध के समय सीमा पर पुलिस जवानों के कौशल एवं साहसिक युद्ध का सजीव चित्रण मय हिमालय की पहाडिय़ों के किया। साथ ही बालिकाओं द्वारा शहीदों को श्रद्धांजलि का अमरगीत 'ए मेरे वतन के लोगों' को पहली बार डांस पर पेशकर मार्मिक एवं भावुक वातावरण पैदा कर दिया।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार एवं राजनीतिक विश्लेषक हैं)

No comments:

Post a Comment

Please Write Your Valuable Suggestions and Feedback.

Thank You.

Dainik Mahka Rajasthan